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Tuesday, July 7, 2009

बदल तो नही जाती

सपनो की दुनीया में खोने से असलियत बदल तो नही जाती,
शब्दों को खूबसूरती से संजोने से हकीकत बदल तो नही जाती,
नए रिश्तों के जुड़ने से पुराने रिश्तों की एहमियत बदल तो नही जाती,
ज़िन्दगी बदल जाती है, लोग बदल जाते है पर
हमारी शख्शियत बदल तो नही जाती

Wednesday, May 20, 2009

दर्द

दवा देने वाले ही दर्द देकर चले गये ,

क्या दोष दें,

किसे समझाए अब ,

जब साथ देने वाले ही , अफ़सोस जताकर चले गये । ।

Thursday, May 7, 2009

For a friend.....

बिखरे मोतियों को समेटना कोई आप से सीखे ,
नम आंखों से मुस्कुराना कोई आप से सीखे,
हमारी दिल की आरजू ये लिख बैठी,
प्यार क्या, दोस्ती निभाना भी कोई आप से सीखे...

Wednesday, April 1, 2009

अनजान

उन अश्को को मोती नही पानी समझ लेना ,

उस कल को याद नही कहानी समझ लेना ,

भूल कर जो सामना हो जाए कभी ,

जान कर भी अनजानी समझ लेना ….

Tuesday, March 24, 2009

ये नासमझ मन

दूर से चमकीली रेत भी पानी नज़र आती है,

मुरझाएं गुलाब की पत्तिया भी भीनी खुशबु छोड़ जाती है ।

रिश्तें छूट जातें है, नाते टूट जातें है,

पर उनकी याद हमेशा दिल में रह जाती है ।

आगे बढ़कर पीछे मुड़ना मेरी फितरत नही ,

फिर क्यों उस कल को सामने देख आँखे नम हो जाती है ।

शायद वो गम नही वो खुशिया याद आ जाती है ।

इसी कशमकश में क्या याद रखु क्या भूलू हर रात बीत जाती है ।

सुबह के सन्नाटें में चिडिया की चहचाहट फिर एक उम्मीद जगाती है ,

कल की मुस्कराहट को याद कर ,उस दर्द को भूल जा , अपने आज को सवार , आनेवाले कल के लिए नई यादों को सजा, यही अक्ल दोहराती है ,

पर इस नासमझ मनन की हलचल का क्या करू , जो फिर मुझे उस बीतें कल में छोड़ आती है ।**